आज मुझे इन्टरनेट पर मेरी लिखी एक कहानी की लिंक मिली. ये कहानी गणेश जी के दूध पीने की घटना को नेपथ्य में लेकर चलती है. मूल रूप से ये कहानी अप्रैल, २००८ में सृजनगाथा में प्रकाशित हुई थी. लिंक ये रही :
यहीं देखें:
भगवान, लोकतंत्र और दूध
सृजनगाथा पर देखें:
भगवान, लोकतंत्र और दूध
आप सबकी प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा रहेगी...
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भगवान, लोकतंत्र और दूध
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भगवान, लोकतंत्र और दूध
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