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आंसू सा तुम्हें रखना उसे मंजूर नहीं था,छलका के तुम्हें उसने रस्ते पे ला दिया।वक्ते जुदाई तुम सुन नहीं सके कि वह कह के गया है-" मैं लौट के आता हूं, तुम फूल बने रहना"
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आंसू सा तुम्हें रखना उसे मंजूर नहीं था,
छलका के तुम्हें उसने रस्ते पे ला दिया।
वक्ते जुदाई तुम सुन नहीं सके कि वह कह के गया है-
" मैं लौट के आता हूं, तुम फूल बने रहना"
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